7kW सोलर पैनल आवासीय उपयोग के लिए कीमत और सब्सिडी देखें | See Price and Subsidy for 7kW Solar Panel Residential Use

7kW  सोलर सिस्टम की कीमत :; भारत सरकार बिजली की आवश्यकता। को पूर्ति करने के लिए सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन करने में ज़ोर दिया जा रहा। जैसे की आप लोगों को पता है कि सोलर पैनल एक ऐसा पैनल है जिसके द्वारा सौर ऊर्जा को में परिवर्तन किया जाता है। सौर पैनल को बढ़ावा देने के लिए सरकार विभिन्न प्रकार की योजनाएं। आरंभ कर रही है और इस योजना के तहत सरकार लोगों को सब्सिडी भी प्रदान करती है ताकि लोग आसानी पूर्वक अपने घर में को लगाकर उपयोग कर सकें। अरे आप लोग भी अपने घरों में सो रूपये लगवाना चाहते हैं तो तीन किलोमीटर सोलर पैनल। सिस्टम आवासीय उपयोग के लिए काफी विकल्प है। यह बड़ी मात्रा में विलीन उत्पादन करने में सक्षम होती है। यह उन परिवारों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो अधिकतर पर निर्भर रहते हैं। भारत में तीन किलोवॉट सोलर पैनल सिस्टम एक कीमत। ब्राउन स्टेशन फेस और सरकार द्वारा प्रदान किए जाने में सब्सिडी। जैसे कारकों पर निर्भर करता है।

आर्टिकल का प्रकारसोलर पैनल
साल2024
उद्देश्य7 किलोवाट सोलर पैनल का कीमत सब्सिडी के साथ जानकारी प्रदान करना।
लाभार्थीभारत के उपभोक्ता
7 किलोवाट सोलर पैनल का कीमतब्रांड और दक्षता के अनुसार
प्रक्रियाऑनलाइन

भारत अपनी विशाल संख्या और बढ़ती ऊर्जा मांग के साथ सतत विकास प्राप्त करने में सौर ऊर्जा के महत्त्व को पहचानते हैं। भारत सरकार ने सौर ऊर्जा को अपनाने को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न नीतियों और पहलों लागू। किया है जिसकासका लक्ष्य 2030 तक अपनी 40% ऊर्जा नवीकरणीय स्रोतों से उत्पन्न करना है। 

सौर। ऊर्जा भारत के अन्य ऊर्जा सुरक्षा को संबोधित करने हैं और ऊर्जा के स्रोत पर निर्भर काम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। और सर उर्जा को स्वतंत्र रूप से उपयोग करने में लाभ उठाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त सौर ऊर्जा ग्रामीण विद्युतीकरण में उदाहरण देती है। दूर दराज के क्षेत्रों में स्वच्छ और सस्ती बिजली प्रदान कर रहे करके समुद्र को करते हैं। पूरे वर्ष प्रचुर सूर्य की राशि उपलब्ध होने के कारण भारत में सौर ऊर्जा का उपयोग करने आना उन करनी है और यह क्षेत्र में। वैश्विकता नेता बनने की अपार क्षमता है।

आवासीय 7kW सोलर सिस्टम मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं:-

  • ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम;उपयोगिता ग्रिड के साथ काम करने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए सौर सिस्टम को ऑन-ग्रिड 7kw सौर सिस्टम कहा जाता है। यह पावर ग्रिड से जुड़ा है. दिन के दौरान सौर मंडल जो ऊर्जा उत्पन्न करता है उसका उपयोग घर के इलेक्ट्रिक उपकरण को चलाने के लिए किया जाता है, और इसकी अतिरिक्त ऊर्जा ग्रिड में पहुंचा दी जाती है। 
  • ऑफ़ ग्रिड सोलर सिस्टम;7 किलोवाट ऑफ-ग्रिड सौर प्रणाली ठीक ऑन-ग्रिड 7kw सौर प्रणाली के विपरीत होता है। एक ऑफ-ग्रिड सौर प्रणाली उपयोगिता ग्रिड से जुड़ा नहीं है या उसके साथ काम नहीं करता है। आपको अनिश्चित समय के दौरान, बाद में उपयोग के लिए बैटरियों में संग्रहीत पैनलों से अतिरिक्त ऊर्जा बचाने का अवसर मिलता है।
  • हाइब्रिड सोलर सिस्टम;7 किलोवाट हाइब्रिड शोर प्रणाली यह 7 किलो वाट ऑन ग्रिड सौर प्रणाली एवं 7 किलो वाट ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम का संगलन रूप होता है।7kw हाइब्रिड सौर प्रणाली को ग्रिड या सौर बैटरी दोनों से जोड़ा जा सकता है। इस तरह, 2kw हाइब्रिड सोलर सिस्टम नेट मीटरिंग के माध्यम से आपके बिजली बिल को कम करने और बिजली कटौती के दौरान बैकअप बिजली प्रदान करने में आपकी मदद कर सकता है। 

7kW सौर पैनलों की कीमत को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित है:-

  • सौर पैनल के प्रकार :-सौर पैनल के प्रकार लागत को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। उच्च दक्षता वाला दक्षता वाले मोनोक्रिस्टलाइन पैनल की लागत अधिक होती है जबकि पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल एक कम लागत वाल पैनल विकल्प है।
  • इन्वर्टर गुणवत्ता:- इन्वर्टर सौर पैनल सिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।इन्वर्टर सौर ऊर्जा को उपयोग हेतु बिजली में परिवर्तित करता है। गुणवत्ता वाले इनवर्टर दक्षता बढ़ता है लेकिन वह काफी महंगे होते हैं।
  • स्थापना जटिलता:– सोलर पैनल को स्थापित करना है काफी कठिन कार्य होता है जो लागत को अत्यधिक प्रभावित करता है। घरों के छत के ऊपर लगाए गए सौर पैनल जमीन पर लगाया गया सोलर  पैनल की अपेक्षा काफी सस्ता एवं जटिल होता है।
  • स्थान:- आप किस स्थान में रहते हैं यह भी सोलर पैनल के कीमत को प्रभावित करता है। सूर्य के प्रकाश, मौसम, स्थानीय जलवायु उच्चतम ऊर्जा उत्पादन करने के लिए सोलर पैनल की संख्याओं को प्रभावित करता है।
  • सरकारी सहायता:- भारत में कई राज्यों में, सरकार भिन्न-भिन्न प्रकार के योजना एवं सब्सिडी प्रदान करती है। अर्थात सरकारी सहायता भी 3kW सोलर पैनल के कीमत को प्रभावित करता है।
  • वारंटी एवं रखरखाव:- उच्च गुणवत्ता वाले सोलर पैनल का लागत अधिक होता है लेकिन या लंबी वारंटी के साथ आते हैं जिससे संभावित दीर्घकालीन रखरखाव लागत काम हो जाता है।
  • ऊर्जा आवश्यकता :- आपका ऊर्जा आवश्यकता आपके सोलर पैनल के लागत को प्रभावित करता है। आपके अत्यधिक ऊर्जा की आवश्यकता को पूर्ति करने के लिए एक बड़ा सोलर प्रणाली की आवश्यकता पड़ती है।

भारत में।बिजली की समस्या से लोगों को राहत प्रदान करने के लिए भारत सरकार सौर ऊर्जा के द्वारा उत्पादन करने का काम काफी तेजी से के साथ कर रही है। लोगों को सोलर पैनल सिस्टम का उपयोग करने के लिए कई प्रकार की परेशान हैं हम सब्सिडी प्रदान कर रही है। ताकि लोगों को भारी संख्या में 16 सीटें का उपयोग कर सकें। सोलर सिस्टम को आम तौर पर प्रतिभा में मापा जाता है। वर्तमान समय में तीन किलोमीटर सोलर सिस्टम की कीमत भारत में। के बाजार में निम्न प्रकार के हैं।

यदि आप मोनोक्रिस्टलाइन पीवी कोशिकाओं से निर्मित सौर पैनलों का चयन करते हैं, तो 7 किलोवाट सौर पैनल की कीमत अधिक होगी, क्योंकि इस प्रकार के सौर पैनल लगभग 19 से 20% की उच्च दक्षता प्रदान करते हैं। 

जबकि पॉलीक्रिस्टलाइन सौर पैनल तुलनात्मक रूप से कम लागत वाले होते हैं, जिनकी दक्षता लगभग 16 से 17% होती है।

ऑन-ग्रिड, ऑफ-ग्रिड और हाइब्रिड के बीच चुने गए विभिन्न ब्रांडों और सौर प्रणालियों के प्रकारों के साथ सौर पैनलों की विशिष्टताएं और कीमतें भी भिन्न होती हैं।

सोलर सिस्टमकीमतकीमत प्रति वाट
ऑन-ग्रिड सिस्टम1,43,878 रूपये47.95 रूपये
ऑफ-ग्रिड सिस्टम2,07,609 रूपये69.20 रूपये
हाइब्रिड सिस्टम2,30,967 रूपये76.98 रूपये

7 किलोवॉट सोलर सिस्टम बैटरी की कीमत के साथ गुणवत्ता या ब्रैंड के ऊपर निर्भर करता है।7 किलोमीटर सोलर सिस्टम में 150AH का चार बैटरी की आप सतना पड़ते हैं। और मार्केट में 150 AH बैटरी की कीमत लगभग। 15000 से लेकर ₹16000 तक होता है। यदि आप लोगों को अधिक बैटरी बैकअप की आवश्यकता है तो 200 Ah की बैटरी लेनी चाहिए। 4 किलो वाट सोलर सिस्टम 150Ah (15000×10=1,50,000) बैटरी के साथ इसकी कीमत लगभग ₹5,46,000 से लेकर 6,16,000 तक हो सकता है।

बिजली। उत्पन्न करने के लिए पैनलों में फोटोबॉल्टिक।तकनीक का प्रयोग किया जाता है। आपके 7 केवीसौर सौर पैनल पैनल। के कारण और प्रकार। आपके सौर प्रणाली की प्रकृति के बावजूद उसी। फोटो वोल्टेज प्रकार के माध्यम से होती है।

जब सूर्य के प्रकाश में फोटॉन पीवी मॉड्यूल के संपर्क में आते हैं, तो एक साथ लगे सौर सेल इन फोटॉनों को अवशोषित कर लेते हैं। यह ऊर्जा या प्रत्यक्ष धारा का प्रवाह बनाता है, और इसे प्रयोग करने योग्य प्रत्यावर्ती धारा (एसी) ऊर्जा में बदलने के लिए सौर इन्वर्टर की आवश्यकता होती है। यह परिवर्तित ऊर्जा आपके घर या कार्यालय को शक्ति प्रदान करती है।

  • ऊर्जा उत्पादन: आश्चर्य है कि 3kW सौर पैनल प्रणाली द्वारा कितनी इकाइयाँ उत्पन्न होती हैं? 3 किलोवाट सौर प्रणाली की औसत उत्पादन क्षमता 12 यूनिट प्रति दिन है। इसलिए, आप उम्मीद कर सकते हैं कि आपका सौर मंडल एक महीने में 360 यूनिट (12 यूनिट x 30 दिन) प्रदान करेगा। यह प्रति वर्ष 4320 यूनिट (360 यूनिट x 12 महीने) है।
  • आवश्यक क्षेत्र: 3 किलोवाट सौर पैनल प्रणाली के लिए, आपको न्यूनतम 21 वर्ग मीटर छत की जगह की आवश्यकता होगी।
  • वारंटी: आपके 3kW सौर पैनलों पर 25 साल की प्रदर्शन वारंटी होगी, जबकि अन्य महत्वपूर्ण सौर घटकों पर उनके ब्रांड के आधार पर 5-10 साल की उत्पाद वारंटी होगी।
  • सब्सिडी: यदि आप भारत में सब्सिडी के साथ 3 किलोवाट सौर पैनल की कीमतों की खोज करते हैं, तो यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सौर सब्सिडी केवल नेट मीटरिंग के तहत विनियमित सौर प्रणालियों पर लागू होती है। ऑफ-ग्रिड सौर प्रणालियाँ सरकारी सब्सिडी के लिए पात्र नहीं हैं।
  • 7 किलोवाट सौर प्रणाली का उपयोग करने से बिजली के बील के समस्या से राहत प्रदान कर सकते हैं क्योंकि यह सोलर पैनल प्रणाली सूर्य के प्रकाश से बिजली उत्पादन करता है। जिससे हम लोगों को पारंपरिक प्रत्येक महीना जो बिजली का बिल आता है उससे राहत प्रदान होता है।
  • सोलर पैनल प्रणाली का उपयोग करने से पर्यावरण स्वच्छ रहता है इसका उपयोग करने से पर्यावरण में किसी प्रकार का प्रदूषण नहीं फैलता है।
  • सोलर पैनल प्रणाली एक दीर्घकालिक निवेश है। अर्थात सोलर प्रणाली को एक बार पैसा लगाकर इंस्टॉल कर लेने से कम से कम 25 वर्ष तक इसके द्वारा उत्पन्न बिजली का लाभ उठा सकते हैं।
  • सोलर पैनल प्रणाली का उपयोग करने से इसका रखरखाव खर्चा काफी कम होता है। क्योंकि सोलर पैनल प्रणाली काफी मजबूत होता है।
  • सोलर पैनल प्रणाली का उपयोग करने से भारत सरकार और राज्य सरकार के द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाती है।

भारत में 7 किलोवाट के सोलर सिस्टम की अनुमानित कीमत रु. 4,48,000 से 6,16,000 रुपये होता है। 7किलो वाट के सोलर सिस्टम का मूल्य ग्राहकों के द्वारा पसंद किए गए डिजाइन और अनुकूलन के अनुसार इसका कीमत भिन्न हो सकता है। किसी घर के लिए सौर ऊर्जा की सटीक लागत निर्धारित करते समय, कई कारकों को ध्यान में रखा जाता है। इनमें सौर पैनलों और अन्य घटकों की गुणवत्ता और स्थापना की लागत शामिल है। आपकी छत या जमीन पर सौर पैनल स्थापित करने के लिए अधिकतम सूर्य की रोशनी को पकड़ने के लिए पैनलों को सही कोण पर सुरक्षित करने के लिए एक माउंटिंग संरचना की आवश्यकता होती है।

यदि आप लोगों के पास सोलर पैनल सिस्टम इंस्टॉलेशन करने के लिए ज्ञान और उपकरण है तो इंस्टॉलेशन लागत आपके लिए कम हो सकता है। और यदि आप सोलर सिस्टम इंस्टॉलेशन पेशेवर की सहायता चाहते हैं तो शुल्क अलग-अलग हो सकता है।कई सौर कंपनियां नवोन्वेषी माउंटिंग संरचनाएं भी पेश कर सकती हैं जो आपको कीमती छत या जमीन की जगह खोए बिना सौर पैनल जोड़ने की अनुमति देती हैं। इसलिए, आप उस आधार संरचना के बारे में भी सोचना चाहेंगे जो सौर ऊर्जा प्राप्त करते समय पैनलों का समर्थन करेगी। अधिकांश समय, स्थापना लागत कुल सिस्टम पैकेज में शामिल होती है। 

आवासीय पर सरकारी सब्सिडी का प्रावधान घरों के लिए सौर ऊर्जा को और भी अधिक किफायती और फायदेमंद बनाता है। आपका सौर प्रणाली का कारण प्रकार के आधार पर आप सौर सब्सिडी के लिए अपना योग्यता और भारत में सब्सिडी के साथ तीन किलोमीटर की कीमत इराद कर सकते हैं।

एमएनआरई (नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय) 7 किलोवाट तक की क्षमता वाले घरेलू सौर संयंत्रों पर 40% सब्सिडी प्रदान करता है। सब्सिडी केवल 7KW ऑन-ग्रिड सौर और ऑफ-ग्रिड सिस्टम (बैटरी की लागत को छोड़कर) पर उपलब्ध है। यदि आप 7kW से अधिक क्षमता का सोलर सिस्टम खरीदते हैं, तो 10KW आकार तक की इकाइयों के लिए 20% सब्सिडी है।

छत पर सौर प्रणाली का क्षमतालागू सब्सिडी (रुपया)
3 किलोवाट तक18000/किलोवाट
3 किलोवाट से ऊपर 10 किलो वाट तक9000/किलोवाट
10 किलोवाट से ऊपर1,17,000

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