Solar Installation in Uttar Pradesh: – दिन प्रति दिन दुनिया ऊर्जा के स्वच्छ और अधिक टिकाव स्रोतों की ओर बढ़ रही है शोर ऊर्जा भारत में ऊर्जा की जरूरत को पूरा करने का अच्छा विकल्प साबित हो रहा है। ऐसे में सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में एक उत्तर प्रदेश में है अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करने में रुचि बढ़ा रही है जिसके लिए राज्य में सरकार द्वारा कई प्रकार के ऊर्जा संबंधी से योजनाएं और सब्सिडी शुरू की गई है। ताकि आम लोग सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर सकें। जिनके पास स्वरूप राज्य और सौर ऊर्जा को प्रोत्साह मिलेंगे। यदि आप भारत के उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और आप भी सोलर पैनल लगवाना चाहते हैं परंतु उसके संबंधित प्रक्रिया क्या है लागत कितना आएगी जैसी चीजों के बारे में नहीं जानते तो हम इस आर्टिकल में आपको पूरी जानकारी प्रदान करेंगे।
उत्तर प्रदेश में सोलर पैनल कैसे लगाएं
आर्टिकल का नाम | उत्तर प्रदेश में सोलर पैनल कैसे लगाएं |
आर्टिकल का प्रकार | सोलर पेनल |
उद्देश्य | सोलर पेनल संबंधित जानकारी प्रदान करना |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश राज्य के निवासी |
सोलर पैनल का कीमत | सोलर पैनल लगाने का खर्च उसकी कैपेसिटी और आकार के ऊपर निर्भर करता है। |
सोलर पैनल कैसे कार्य करता है
- सोलर पैनल वे उपकरण हैं जिनका उपयोग सूर्य की रौशनी का अवशोषित करने और उन्हें बिजली या गर्मी में परिवर्तन करने के लिए किया जाता है। सौर पैनल वास्तव में सौर (या फोटोवोल्टिक) कोशिकाओं का एक संग्रह है, जिसका उपयोग फोटोवोल्टिक प्रभाव के माध्यम से बिजली उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। यह सेल और सोलर पैनल की सत्ता पर ग्रिड जेसे पैटर्न व्यवस्थित होते हैं।
सोलर पैनल का महत्त्व
सौर ऊर्जा के महत्त्व से इंकार नहीं किया जा सकता। सौर ऊर्जा और पांरपरिक ऊर्जा बिजली के बीच अंतर यह है कि सौर ऊर्जा जीवाश्म ईंधन के उपयोग पर निर्भर नहीं होती हवा या पानी को प्रदुषित नहीं करती और ग्लोबल वॉर्मिंग में योगदान नहीं देती है जिससे कई लोगों के लिए पसंदीदा विकल्प बन जाते हैं। सौर ऊर्जा पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों के साथ काम करती है। इसके विपरीत सौर ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए प्राकृतिक संसाधन की जरूरत नहीं होती और सौर ऊर्जा को सूर्य के प्रकाश से बनाया जाता है जैसे कि आप लोग को मालूम है सूर्य एक नवीकरण ऊर्जा स्रोत है| अतः जीवन ईंधन खत्म हो जाएगा लेकिन सूरज की रौशनी नहीं। इसी कारण से सौर ऊर्जा अधिक विश्वसनीय है और जीवाश्म ईंधन के विपरीत जिसका खनन और उपयोग महंगा है। सूरज की रौशनी प्राप्त करने में कुछ भी खर्च नहीं होता है। लाभ प्राप्त करने के लिए केवल एक बार सोलर पैनल लगाना पड़ता है| उसके लिए आपको खर्च न करना होगा। सोलर पैनल के द्वारा आप बिजली के बिल को कम कर सकते हैं | खासकर जब बिजली की दरों में वृद्धि जारी है। अपना घर चलाने या सौर ऊर्जा इस्तेमाल करने से समय के साथ आप काफी अधिक पैसा बचाएंगे। इसलिए हर एक नागरिक के जीवन में सौर ऊर्जा का विशेष महत्त्व है। इसलिए हम सभी को अपने घर में सोलर पैनल लगाना अति आवश्यक है।
सोलर पैनल क्यों जरूरी है
- पर्यावरण को प्रदुषित नहीं करते।
- सोलर पैनल आप के गौरव को ऑफ द ग्रिड बनाती है।
- बिजली का बिल कम करती है।
- सौर ऊर्जा को अवस्थिति में आने और उसके बढ़ते उपयोग के बाद अन्य ऊर्जा स्रोतों पर दबाव कम हुआ है जो पारिस्थितिक तंत्र और पर्यावरण दोनों के लिए एक अच्छा संकेत।
- सौर ऊर्जा पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के तुलना में अधिक सुरक्षित है चाहे वह उपयोग के लिये हो या रखरखाव व मरम्मत के लिए।
- सौर ऊर्जा वास्तव में नवीकरण ऊर्जा का स्रोत है जिसका उपयोग दुनिया के हर कोने में किया जा सकता है यानी यह हमेशा उपलब्ध रहता है। सौर ऊर्जा कभी भी ना खत्म होने वाला ऊर्जा स्रोत।
- सौर ऊर्जा प्रणालियाँ को अधिक रखरखाव की आवश्यकता नहीं होती बस साल में दो बार सफाई करने की जरूरत होती है लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि सफाई हमेशा ऐसे विशेषज्ञों से करनी चाहिए जो इस काम में अच्छे को जानते हो। इन्वर्टर भी सिस्टम का एक हिस्सा है जिसमें पांच वर्षों से वर्ष में बदलना होता है। यानी प्रारंभिक लागत के अलावा रखरखाव मरम्मत कार्य पर बहुत कम खर्च किया जाता है।
सोलर पैनल स्थापित करते समय किन बातों पर विचार किया जाए
- सोलर पैनल स्थापित करने के लिए आपको बाजार में नवीनतम और तकनीक के बारे में पता होना चाहिए। इसके अलावा आपको यह भी पता होना चाहिए कि आपको अपनी आवश्यकता के अनुसार किस प्रकार तकनीक की आवश्यकता है।
- सोलर पैनल और सोलर सिस्टम स्थापित करने से पहले दैनिक बिजली उपयोग की गणना करना महत्वपूर्ण है। यह कदम आपके सौर मंडल को सही आकार तय करने में मदद करेंगे और आप तदनुसार आवश्यक सौर पैनलों की संख्या की गणना करने में सक्षम होंगे।
- एक अच्छा सोर पैनल इंस्टॉलर हमेशा सौर पैनलों की स्थापना से पहले एक साइट सर्वेक्षण करेगा। यह ध्यान में रखने वाली एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात है क्योंकि हर छत अलग-अलग होती है इसलिए स्थापित पैनल के अध्यात्मिक आउटपुट प्रदान करने के लिए प्रत्येक छत के लिए सौर पैनल स्थापना की योजना उसी के अनुसार बनायी जानी चाहिए।
- अब जब अपने बिजली की खपत की गणना कर ली है तो आप ये निर्णय ले सकते हैं कि आपको किस आकार के सौर मंडल की आवश्यकता होगी और कितने सौर पैनल आपकी दैनिक बिजली खपत की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगे।
- जैसा कि आप जानते होंगे सरकार पर्यावरण के कल्याण के लिए पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों और अवधारणाओँ को बढ़ावा देती है और सौर ऊर्जा से बिजली पैदा करना बिल्कुल प्रदूषण मुक्त है। यह कार्बन उत्सर्जन को कम करता है। इस प्रक्रिया में खतरनाक गैस को उत्सर्जन नहीं होता। स्थानीय और वैश्विक स्तर पर कई योजनाएं और सब्सिडी सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाती है ताकि अधिकांश लोग स्वयं पैनल का इस्तेमाल कर सकें।
सोलर पैनल की कीमत
सोलर पैनल आकार | अनुमानित कीमत सीमा |
1kw Solar System | ₹65,000 – ₹75,000 |
2kw Solar System | ₹1,40,000 – ₹1,50,000 |
3kw Solar System | ₹1,80,000 – ₹1,90,000 |
5kw Solar System | ₹2,50,000 – ₹2,70,000 |
7.5kw Solar System | ₹3,70,000 – ₹3,90,000 |
10kw Solar System | ₹4,90,000 – ₹5,10,000 |
15kw Solar System | ₹7,00,000 – ₹7,50,000 |
20kw Solar System | ₹9,00,000 – ₹10,00,000 |
उत्तर प्रदेश में सोलर पैनल की कीमत
क्षमता | प्रकार | कीमत |
10 वॉट | मोनो | ₹1,050 |
20 वॉट | मोनो | ₹1,650 |
55 वॉट | मोनो मिन | ₹3,050 |
225 वॉट | मोनो मिन | ₹11,225 |
455 वॉट | मोनो मीन | ₹14,500 |
550 वॉट | मोनो मीन | ₹17,500 |
550 – 570 वॉट | बिफेशियल टॉपकॉन टेक्नोलॉजी | ₹20,250 |
उत्तर प्रदेश में सोलर पैनल पर सब्सिडी
यदि आप सोलर सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको एक किलोवॉट तक के सोलर सिस्टम के लिए प्रति किलोवाट ₹1,45,88 की दर से सब्सिडी मिलती है। और उसके अधिक क्षमता के सोलर सिस्टम के लिए आपको प्रति किलोवाट ₹7,294 की दर से सब्सिडी मिलती है। वहीं 10 किलोवॉट के सोलर सिस्टम पर आपको ₹94822 की सब्सिडी मिलती है। यदि आपको इससे अधिक क्षमता का सोलर सिस्टम लेते हैं तो इसके लिए कोई सब्सिडी नहीं। यूपी में सोलर पैनल सिस्टम का अगर आप लाभ लेना चाहते हैं तो इसके लिए उत्तर प्रदेश और ऊर्जा सब्सिडी योजना के अंतर्गत आपको आवेदन करना होता है तभी जाकर आप यूपी सोलर पैनल खरीदने पर सब्सिडी प्राप्त कर पाएंगे।
सोलर पैनल सिस्टमआकार द्वारा बचत की गणना
सोलर पैनल के द्वारा आप इतने रुपए की बचत कर सकते हैं। उसकी गन्ना कैसे की जा सकती है तो हम आपको बता दें कि अपने-अपने घर में कितने वार्ड का सोलर पैनल लगाया है उसके अनुसार ही आपके महीने में बचत कर पाएंगे। इसलिए जब भी आप अपने घर में सोलर पैनल लगवाए तो आप किसी भी सोलर पैनल एक्सपर्ट के इसके बारे में एडवाइस ले सकते हैं। आप अपने घर से जितना वाट का सोलर पैनल लगा रहे हैं | उससे आपके इतना पैसा बचा पाएंगे।
उत्तर प्रदेश में सोलर पैनल में निवेश क्यों करें
- सौर ऊर्जा एक स्वच्छ और नवीकरणीय स्रोत है जो इसे पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार विकल्प बनाती है।
- अपनी खुद की बिजली पैदा करके आप अपने मासिक बिजली बिल को काफी कम कर सकते हैं।
- सर ऊर्जा आपको अपनी ऊर्जा आवश्यकता के लिए अधिक आत्मनिर्भर बनाने की अनुमति देता है।
- सौर ऊर्जा का उपयोग ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करता है जो अधिक टिकाऊ भविष्य में योगदान देता है।
- को न्यूनतम रखरखाव की आवश्यकता होती है और इनको जीवन काल 25 वर्ष का होता है।