भारत की Best Solar Panel बनाने वाली कंपनी | Best Solar Pannel Manufacturing Company

आज के समय पर्यावरण को स्वच्छ एवं संरक्षित करने के लिए और डीजल, पेट्रोल के बढ़ते कीमत के कारण अपना बिजली से संबंधित कार्य को पूर्ण करने के लिए Solar system का मांग दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है लेकिन वर्तमान समय में Solar Syatem Manufacturing कंपनी 100 से भी अधिक है। इसलिए ग्राहकों को चुनाव करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है कि वह अपने घरों में कौन सा Solar Panel लगाए। आईए हम आपको इस Artical के माध्यम से Solar Panel Manufacturing Companies in India Overview,भारत में Solar Panel विनिर्माण|Solar Panel Manufacturing ,भारत में Solar ऊर्जा का महत्व | Importance of solar energy in India,सरकारी कार्य एवं विनियम | Government Functions and Regulations, सोलर  पैनल निर्माण कंपनियों के मूल्यांकन के लिए कारक | Factors for Evaluating Solar Panel Manufacturing Companies, भारत में अग्रणी Solar Panel निर्माताओं की खोज करें | भारत में सस्ते सोलर पैनल | Cheap Solar Panels in india, भारत में सर्वश्रेष्ठ सोलर  पैनल | best solar panels india, भारत में उपलब्ध सर्वोत्तम सोलर पैनल | Best Solar Panels Available in india संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान कर रहे हैं इसलिए आप लोग इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े। 

भारत में SOLAR PANEL बनाने वाली कंपनी का नाम निम्नलिखित है:-

  • टाटा पावर
  • अदानी सोलर
  • विक्रम सोलर
  • नीला शक्ति
  • वारी ऊर्जा
  • जैक्सन
  • गोल्डी सोलर
  • प्रीमियर ऊर्जा
  • फोटाॅन एनर्जी सिस्टम
  • ICOMM

सौर ऊर्जा सूर्य के प्रकाश से प्राप्त एक स्वच्छ एवं प्रचुर मात्रा में उपलब्ध स्रोत है। यह ऊर्जा का एक लंबी आयु है एवं पर्यावरण को सुरक्षित एवं स्वच्छ करने के लिए इसका उपयोग अति महत्वपूर्ण है।

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  1. सौर ऊर्जा का उपयोग करने से निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं।
  • पर्यावरण के अनुकूल:-सौर ऊर्जा का निर्माण करने में पर्यावरण प्रदूषण नहीं होता है सौर ऊर्जा पर्यावरण के अनुकूल होता है।
  • कम खर्चीला:-सौर ऊर्जा को स्थापित करने में जो निवेश लगता है उसके निवेश के बाद कम खर्चीला होता है।
  • अक्षय ऊर्जा:- सौर ऊर्जा का एक अक्षय स्रोत होता है जो कभी समाप्त नहीं होगा।
  • रोजगार:- सौर ऊर्जा रोजगार के अवसर प्रदान करता है।

2. सौर ऊर्जा का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाता है

  • जल तापन:-सौर ऊर्जा का उपयोग पानी को गर्म करने में भी किया जाता है जो घरों और व्यवसायों में ऊर्जा का बचत कर सकता।
  • बिजली उत्पादन:- सौर ऊर्जा का उपयोग बिजली उत्पादन करने में किया जाता है। जो घर व्यवसाय और उद्योग को ऊर्जा प्रदान कर सकता।
  • परिवहन:– किशोर ऊर्जा का उपयोग  इलेक्ट्रिक  वाहनों को चलाने के लिए किया जा सकता है जो प्रदूषण को कम करने में मदद करता है।
  • खाना पकाना:– सौर ऊर्जा का उपयोग खाना पकाने के लिए किया जा सकता है विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में उपयोगी है जहाँ बिजली उपलब्ध नहीं है।

3. सौर ऊर्जा का व्यक्ति जीवन में योगदान निम्नलिखित है:-

  • पर्यावरण संरक्षण:-आप सौर ऊर्जा का उपयोग करके पर्यावरण की रक्षा कर सकते।
  • बिजली बिल में कमी:- सौर ऊर्जा का उपयोग करके आप अपने बिल्ली में कमी कर सकते हैं।
  • ऊर्जा स्वतंत्रता:-आप अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा पर निर्माण कर सकते हैं।

4.  देश के विकास में योगदान:-

  • आर्थिक विकास:- सौर ऊर्जा क्षेत्र में रोजगार के एक नए अवसर पैदा करता है।
  • ऊर्जा सुरक्षा:- सौर ऊर्जा देश की ऊर्जा सुरक्षा हो बढ़ा सकता है।
  • पर्यावरण संरक्षण:-सौर ऊर्जा का उपयोग करके देश प्रदूषण को कम किया जा सकता है।
  1. वास्तविक दुनिया का प्रदर्शन :-

वास्तविक दुनिया में सौर पैनल के प्रदर्शन और आदर्श प्रयोगशाला जैसे परिस्थितियों में मापे गए प्रदर्शन में अंतर जन आवश्यक है। सौर कंपनियां आपको पैनलों के स्थान और स्थिति, आपके क्षेत्र में मौसम के इतिहास के रिकॉर्ड और पूरे वर्ष औसत सूर्य के प्रकाश के आधार पर पैनलों का प्रदर्शन देने में सक्षम होनी चाहिए। 

2. सौर पैनल दक्षता:- फोटोवोल्टिक (PV) सेल, या सौर सेल की रूपांतरण दक्षता, (PV) डिवाइस पर चमकने वाली सौर ऊर्जा का प्रतिशत है जो प्रयोग करने योग्य बिजली में परिवर्तित हो जाती है|सौर पैनल की दक्षता पैनल के प्रकार से निर्धारित होती है। तीन मुख्य प्रकार हैं: मोनोक्रिस्टलाइन, पॉलीक्रिस्टलाइन, और पतली-फिल्मसमान आकार का पैनल जिसकी दक्षता अधिक है, कम दक्षता वाले पैनल की तुलना में अधिक ऊर्जा उत्पन्न करेगा|

3.  वारंटी कवरेज:-ये दोनों वारंटी या तो एक ही अवधि (25-वर्ष संयुक्त) या अलग-अलग अवधि (10-वर्ष उत्पाद, 25-वर्ष बिजली) के लिए हो सकती हैं |एक बार जब आप वारंटी अवधि की पुष्टि कर लेते हैं, तो अगला कदम यह पुष्टि करना होता है कि वारंटी के अंतर्गत वास्तव में क्या कवर किया गया है। यदि कोई जानवर पैनल को नुकसान पहुंचा दे तो क्या होगा?

  • एक उत्पाद वारंटी जो दोषों के  विरुद्ध उत्पाद को कवर करती है|
  • एक पावर वारंटी जो न्यूनतम वादा की गई पावर रेटिंग को कवर करती है।

ये दोनों वारंटी या तो एक ही अवधि (25-वर्ष संयुक्त) या अलग-अलग अवधि (10-वर्ष उत्पाद, 25-वर्ष बिजली) के लिए हो सकती हैं |एक बार जब आप वारंटी अवधि की पुष्टि कर लेते हैं, तो अगला कदम यह पुष्टि करना होता है कि वारंटी के अंतर्गत वास्तव में क्या कवर किया गया है। यदि कोई जानवर पैनल को नुकसान पहुंचा दे तो क्या होगा? उचित समय-सीमा की अपेक्षा क्या है? सोलर पैनल को बदलने से पहले यह सब जानने से आपको वारंटी दावे को आसानी से पूरा करने और समस्या को जल्द से जल्द ठीक करने में मदद मिलेगी।

4. ह्रास दर:- सभी सौर पैनल खराब हो जाते हैं, लेकिन वे सभी एक ही दर से खराब नहीं होते हैं। संचालन के पहले वर्ष में, पैनल आमतौर पर 1%से 3% ताकि अल्पकालिक गिरावट से गुजरते है। उसके बाद, सौर पैनल के प्रदर्शन में हर साल औसतन 0.8% से 0.9% की गिरावट आती है| निर्माता के आधार पर, सौर पैनल का जीवन 25 से 40 वर्ष के बीच होता है।  एक बार जब यह निर्धारित जीवन अवधि को पार कर जाता है, तब भी सौर पैनल बिजली उत्पन्न करेगा लेकिन कम दर पर,

पैनलों के बीच वार्षिक गिरावट दर एक बड़े अंतर की तरह प्रतीत नहीं हो सकती है, लेकिन प्रतिशत बिंदु का दसवां हिस्सा भी SYATEM से आजीवन उत्पादन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। 

5. स्थायित्व :- सौर प्रतिष्ठानों के लिए टिकाऊ घटक महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे बाहर तत्वों के संपर्क में रहते हैं। यदि कोई (PV) पैनल कुछ परिस्थितियों में काम नहीं कर सकता है, तो यह या तो विफल हो जाएगा या अपेक्षा से कम ऊर्जा उत्पन्न करेगा। दोनों स्थितियाँ SYSTEM के प्रदर्शन को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती हैं और विश्वसनीयता संबंधी समस्याएं पैदा करेंगी अत्यधिक तापमान में उतार-चढ़ाव और नमी जैसी कठोर परिस्थितियों में अच्छी तरह से काम करते हैं। यदि परियोजना का स्थान मध्यम मौसम की स्थिति वाले समशीतोष्ण क्षेत्र में है, तो पैनल स्थायित्व आपकी शीर्ष चिंताओं में से एक नहीं हो सकता है।

सौर पैनलों को व्यापक रूप से अपनाने को प्रोत्साहित करने के लिए, दुनिया भर की सरकारों ने सौर ऊर्जा को अधिक किफायती और सुलभ बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं।

1. नेट मीटरिंग:- नेट मीटरिंग सौर पैनल मालिकों को ग्रिड में अधिशेष बिजली निर्यात करके अपने बिजली बिलों की भरपाई करने देती है। अतिरिक्त ऊर्जा को क्रेडिट कर दिया जाता है, और ग्राहक उन क्रेडिट का उपयोग तब कर सकते हैं जब उनके सौर पैनल पर्याप्त  बिजली का उत्पादन नहीं करते हैं (उदाहरण के लिए, रात के दौरान)।

2. सब्सिडी और अनुदान:- सरकारें सौर पैनल स्थापना की अग्रिम लागत को कम करने के लिए सब्सिडी या अनुदान के रूप में प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इन कार्यक्रमों  का लक्ष्य सौर ऊर्जा प्रणालियों को अधिक किफायती बनाते है।

3. हरित ऊर्जा प्रमाणपत्र:- व्यापार योग्य प्रमाणपत्र हैं जो स्वच्छ ऊर्जा के उत्पादन का प्रतिनिधित्व करते हैं। जिन्हें नवीकरणीय ऊर्जा प्रमाणपत्र या उत्पत्ति की गारंटी के रूप में भी जाना जाता है | सरकारें इन प्रमाणपत्रों के लिए बाज़ार शुरू कर सकती हैं, जिससे सौर पैनल मालिकों के लिए एक अतिरिक्त राजस्व स्रोत तैयार हो सकता है।

4. फीड-इन टैरिफ (FIT) :- फीड-इन टैरिफ प्रोत्साहन कार्यक्रम हैं जहां घर के मालिकों और व्यवसायों को उनके द्वारा उत्पादित अतिरिक्त बिजली के लिए भुगतान करना पड़ता।  और ग्रिड में वापस फीड किया जाता है| यह योजना सौर पैनलों की स्थापना को प्रोत्साहित करते हुए एक विशिष्ट अवधि के लिए गारंटीकृत आय प्रदान करती है।

5. सौर निवेश कर क्रेडिट (ICT) :- कुछ सरकारें सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित करने वाले व्यक्तियों और व्यवसायों को कर क्रेडिट की पेशकश करती हैं। ये क्रेडिट करदाताओं को उनकी कर देयता से स्थापना लागत का एक प्रतिशत काटने की अनुमति देते हैं, जिससे सौर पैनल अधिक वित्तीय रूप से व्यवहार्य हो जाते हैं।

1. अन्य ऊर्जा के स्त्रोत पर आश्रित ना होना:- सौर ऊर्जा के अस्तित्व में आने के बाद यह इसके प्रति लोगों का बढ़ते हुए उपयोग से अन्य ऊर्जा स्त्रोतों  पर दबाव कम हुआ। जो पर्यावरण के लिए लाभदायक है।

2. .सौर ऊर्जा प्रदूषण मुक्त :- बिजली के अन्य ऊर्जा स्रोतों का उत्पन्न करने के दौरान कुछ ना कुछ प्रदूषण होता हे, और यह प्रदूषण से पर्यावरण को नुकसान पहुँचते हे | सौर ऊर्जा की उत्पत्ति से ऐसी कोई मुश्किल नहीं आती।

3. अन्य की तुलना में सुरक्षित:- पारंपरिक बिजली के स्त्रोतों के तुलना में सौर ऊर्जा काफी ज्यादा सुरक्षित है, चाहे वह उपयोग की बात हो या रखरखाव एवं मरम्मत की |

4. रखरखाव मैं आसान:- सौर ऊर्जा प्रणालियों को बहुत ज्यादा रखरखाव की आवश्यकता नहीं होती है। बस प्रतिवर्ष दो बार साफ सफाई की जरूरत होती है | लेकिन इस बात का ध्यान रखा जाए की सफाई हमेशा विशेषज्ञों से ही कराएं जो इस काम को बखूबी जानते हो | अर्थात प्रारंभिक लागत के अलावा रखरखाव व मरम्मत कार्य पर बहुत कम खर्च होता है |

5. अधिकतम उपयोग:- विभिन्न उद्देश्यों के लिए सौर ऊर्जा का प्रयोग किया जाता है | सौर ऊर्जा द्वारा बिजली या गर्मी (सौर थर्मल) कुछ भी उत्पन्न कर सकते हैं | जहाँ बिजली ना हो उन क्षेत्रों में बिजली पहुँचाए जा सकती। उद्योगों में इस्तेमाल कर सकते हैं। साफ पानी के लिए इस्तेमाल कर सकते।  घरेलू काम में इस्तेमाल कर सकते हैं, अंतरिक्ष के उपग्रहों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं |

6. नवीकरणीय ऊर्जा:- सौर ऊर्जा असल में नवीकरणीय ऊर्जा का स्त्रोत है। इसे दुनिया के हर एक कोने में उपयोग किया जा सकता है, अर्थात यह हमेशा उपलब्ध है। अन्य ऊर्जा के स्त्रोतों के विपरीत, सौर ऊर्जा कभी ना खत्म होने वाली ऊर्जा हें |

7. बिजली के बिल में कटौती:- आप सौर ऊर्जा द्वारा उत्पन्न बिजली से अपनी सभी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करेंगे, इस कारण आप को बिजली की बिल की भारी कीमत से राहत मिलेगी |

8. प्रौद्योगिकी विकास:- ऊर्जा के सफल पूर्वक करते हुए उपयोग से औद्योगिक विकास में वृद्धि आयी है।

  • ब्रांड और निर्माता :- भारत में सोलर पैनल का कीमत ब्रांड और निर्माता को पर भी निर्भर करता है।
  • क्षमता:- आप अपने आवश्यकता के अनुसार जितनी क्षमता वाला पैनल कर देंगे उनकी कीमत उतनी ही अधिक होंगे।
  • प्रकार और गुणवत्ता:- पैनल का प्रकार और गुणवत्ता जितना अधिक अच्छा होगा सोलर पैनल का कीमत उतनी अधिक होगी।
  • आकार और क्षमता :- आप अपने आवश्यकता के अनुसार जीतने बड़े आकार और बड़े क्षमता वाले सोलर पैनल खरीदेंगे उतना अधिक कीमती होगा।
  • स्थापना लागत :- सोलर पैनल को स्थापना लागत सोलर पैनल की कीमत पर प्रभाव डालता है।
  • प्रोत्साहन और सब्सिडी:- देश के कई क्षेत्रों में सरकार सोलर पैनल खरीदने पर कई प्रकार के प्रोत्साहन एवं सब्सिडी प्रदान की जाती है। अर्थात आप के सोलर पैनल की कीमत पर। प्रभाव डाल सकता है।
  • वारंटी:- सोलर पैनल के कीमत को वारंटी भी प्रभावित करता है।
  • बाजार की मांग:- बाजार की मांग भी सोलर पैनल की कीमतों को प्रभावित करती है।

भारत में सोलर पैनलों की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हमारे भारत में सोलर पैनल बनाने वाली कंपनियाँ काफी संख्या में हैं। भारत के कुछ सोलर पैनल बनाने वाली कंपनियों के नाम निम्न रूप से है।

  • टाटा पॉवर सोलर
  • अदानी सोलर
  • सर्वोटेक पावर सिस्टम्स लिमिटेड
  • विक्रम सोलर
  • गोल्डी सोलर
  • वारी एनर्जीज़ लिमिटेड
  • रिन्यूसिस इंडिया
  • लूम सोलर प्रा. लिमिटेड
  • सात्विक ग्रीन एनर्जी प्रा. लिमिटेड
  • पतंजलि

1. TATA POWER SOLAR:- जमशेद जी टाटा ने टाटा ग्रुप को स्थापित किया था यह कई क्षेत्रों में कार्य करने वाली देश की एक बहुत बड़ी विनिर्माण कंपनी है | वर्ष 1991 में टाटा पावर सोलर  को टाटा ग्रुप के द्वारा ही स्थापित किया गया। जिसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है। वर्तमान समय में आशीष खन्ना इसके चीफ एक्सक्यूटिव ऑफिसर CEO हैं। टाटा पावर सोलर मुख्य रूप से सोलर सेल एवं सोलर मॉड्यूल के निर्माण के लिए प्रसिद्ध है। यह राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्टार पर सूअर प्रोजेक्ट करती है। टाटा पावर सोलर आवासीय स्तर पर, औद्योगिक एवं वाणिज्यिक स्तर पर एवं संस्थानों में रूफटॉप सोलर प्लांट स्थापित करते हैं |

2. ADANI SOLAR:- भारत की सेंट सोलर कंपनियों में से एक अडानी सोलर का मुख्यालय गुजरात के अहमदाबाद में हे | यह भारत देश सहित एशिया, ऑस्ट्रेलिया, एवं उत्तरी अमेरिका में भी अपने प्रोडक्ट्स का कार्य करती है। यह फोटोवोल्विक सेल (PV) के साथ मोनो फेशियल, बाइफेशियल मॉड्यूल (पावर रिजर्व कंट्रोल पीआरसी टेक्नोलॉजी) एवं अन्य सौर उत्पादों का निर्माण भी करती है। जो उच्च दक्षता, उच्च ऊर्जा एवं पूरी तरह स्वचालित होते हैं।

3. SERVOTECH POWER SYATEMS LYD. :- सर्वोटेक पावर सिस्टम्स लिमिटेड की स्थापना 2004 में हुई एवं 2010 से इन्होने सोलर प्रोजेक्ट पर कार्य करना शुरू किया। इनके वर्तमान CEO रमन भाटिया हैं। इनका मुख्यालय दिल्ली (NCR)में है। 

अडानी ग्रीन एनर्जी हमारे देश की सबसे बड़ी और दुनिया की प्रमुख रिन्यूएबल एनर्जी ऊर्जा समाधान प्रदाता कंपनी है। यह ग्रिड से जुड़े सौर, पवन सेव हाइब्रिड करनी है ऊर्जा संयंत्र का विकास, स्वामित्व और संचालन करती है। फिलहाल यह 12 राज्यों में कुल 8.4 गीगावाट क्षमता की परियोजनाओं का ऑपरेशन करती है | अडानी ग्रीन के शेर मूल्यों को दिए गए तालियों के माध्यम से दिखाया गया है।

तारीखमूल्यबदल
28/02/20241,925.00-2.75%
27/02/20241,979.50+0.46%
26/02/20241,970.45+2.45%
23/02/20241,923.30+0.03%
22/02/20241,922.65+0.93%
21/02/20241,904.95-1.13%
20/02/20241,926.65-1.45%

1. HAVELLS ( हैवेल्स ):- हैवल्स कंपनी हमारे देश के काफी पुरानी एवं इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण कंपनी है। ऑन ग्रिड या ऑफ ग्रिड दोनों प्रकार के पैनल बनाती है। हैवेल्स कंपनी का ENVIRO 150W Rh मॉडल लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है यह पैनल  पॉलीक्रिस्टलाइन आपके द्वारा निर्मित होता है।

2. LOOM SOLAR (लूम सोलर):- सोलर पैनल कंपनियों में लूम सोलर पैनल भी काफी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। सोलर पैनल कंपनियों में लूम सोलर पैनल काफी उभरता कंपनी है। लूम सोलर पैनल कंपनी के 180 WATT -12V PANEL MONO CRYSTALLINE मॉडल को लोगों के लोकप्रियता प्राप्त हुआ। लूम सोलर पैनल MONO CRYSTALLINE के द्वारा निर्मित होता है | इसी कारण लोन सोलर पैनल तेज हवा, बारिश और ओलावृष्टि को सहन कर लेता है। लूम सोलर कंपनी अपने सोलर पैनल को 25 साल का वारंटी के साथ मार्केट में उपलब्ध कराती है।

3.LUMINOUS (लुमिनस):- लुमिनस सोलर पैनल का नाम सबसे अच्छे सोलर पैनल की लिस्ट में आता है। लुमिनस सोलर पैनल का 325 WATTS SOLAR PANELS POLYCRYSTALLINE-24V बिजली निर्माण करने में काफी सक्षम होती है। लुमिनस एक प्रसिद्ध ब्रांड है, पंख । लुमिनस ब्रांड पंखा, इनवर्टर,  सोलर पैनल  जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान बनाने में हमारे देश भर में काफी प्रसिद्ध है | लुमिनस सोलर पैनल के द्वारा 325 WATT बिजली का उत्पादन होता। लुमिनस कंपनी के सोलर पैनल को पॉली क्रिस्टलीय  द्वारा बनाया गया है लुमिनस ब्रांड के द्वारा लुमिनस सोलर पैनल पर 25 साल की परफॉर्मेंस वारंटी दी जाती है |

4. TATA SOLAR PANEL (टाटा सोलर पैनल): – टाटा कंपनी काफी भरोसेमंद कंपनी है इसलिए टाटा सोलर पैनल को 10 सबसे अच्छे सोलर पैनल के लिस्ट में रखा गया है | टाटा 100-WATT पैनल मार्केट में काफी प्रचलित है , लोग इसे काफी पसंद करते हैं। इसके द्वारा 100-WATT ऊर्जा उत्पन्न होता है। टाटा सोलर पैनल मार्केट में काफी सस्ते दामों में उपलब्ध होते हैं। टाटा कंपनी ने इस सोलर पैनल को बहु क्रिस्टलीय सिलिकॉन के द्वारा निर्माण किया है टाटा सोलर पैनल को 25 वर्ष की वारंटी के साथ मार्केट में उपलब्ध किया गया है |

5.MICROTEC (माइक्रोटेक): – माइक्रोटेक कंपनी भारत में सोलर पैनल कंपनियों में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। माइक्रोटेक कंपनी का 150-WATT SOLAR PANEL MTK का मॉड्यूल घरेलू उपयोग के लिए काफी अच्छी होती है। इस मॉड्यूल के की बात करें तो अन्य कंपनियों के सोलर पैनल की तुलना इसमें कीमत काफी कम होती है, माइक्रोटेक 150-WATT SOLAR PANEL MTK मॉडल को  बहु क्रिस्टलीये सिलिकॉन के द्वारा माइक्रोटेक कंपनी के निर्माता के द्वारा निर्माण किया जाता है माइक्रोटेक कंपनी अपने सोलर पैनल को 25वर्ष के वारंटी के साथ मार्केट में उपलब्ध कराती है |

6. EXIDE (एक्साइड ): – एक्साइड सोलर पैनल कंपनी 10 सबसे अच्छे सोलर पैनल की लिस्ट में अपना स्थान रखते हैं। एक्साइड सोलर पैनल कंपनी का 40W 12V PV SOLAR PANEL POLYCRYSTALLINE मॉडल लोगों के बीच काफी प्रचलित है,Exide सोलर पैनल  अलुमिनियम फ्रेम  के द्वारा ढका होता है एक साइड  सोलर पैनल कंपनी अपने सोलर पैनल को 25 वर्ष की वारंटी के साथ मार्केट में उपलब्ध कराती है |

भारत में सबसे सस्ते इस पैनल पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर तकनीक से बनाया हुआ होता है | लेकिन यह उत्तर भारत की तरफ रहने वाले लोगों के लिए काफी अच्छा होता है क्योंकि उधर सूर्य का प्रकाश अच्छा पड़ता है और इसे पैनल को सुबह से शाम तक चाहिए होता।

यदि आप लोग पहाड़ी क्षेत्र में रहते हैं तो  पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर आप लोग के लिए उत्तम नहीं है। क्योंकि पहाड़ी क्षेत्र में धूप कम निकलता है इसलिए यहाँ के लिये अन्य प्रकार के पैनलों का उपयोग किया जाता है, जिसकी कीमत अधिक होती है।

पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल बाजार में सबसे अधिक बिकता है क्योंकि काफी सस्ता होता है। और बिजली की आवश्यकता को पूर्ति कर देता है।

1. TATA POWER SOLAR (टाटा पावर सोलर)

दशकों से अधिक समय से उद्योगों की सेवा करते हुए टाटा पावर सोलर सौर ऊर्जा क्षेत्र में एक दिग्गज कंपनी है। मॉड्यूल के लिए 635MW को सेल विनिर्माण लाइनों के लिए 500MW कि इन हाउस उत्पादन क्षमता के साथ, टाटा पावर सोलर आवासीय, वाणिज्यिक, औद्योगिक और संस्थागत जरूरतों के लिए व्यापक हरित ऊर्जा समाधान प्रदान करता है। उनकी पेशकशों में यूटिलिटी- स्केल प्रोजेक्ट सोलर रूफटॉप सोलर पंप सिस्टम जैसे विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों के लिए टर्नकी, ईपीसी और एंड एम समाधान शामिल है।

2. ब्लूबर्ड सोलर

40 वर्षों के विरासत के साथ ब्लूवर्ड सोलर से खुद को सौर विनिर्माण उद्योग में एक विश्वसनीय खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है। अत्याधुनिक 1.2GW विनिर्माण लाइन का दावा करते हुए कंपनी पॉलीक्रिस्टलाइन, मोनो PERC और हाफकट सौर पैनलों सहित विभिन्न सौर पैनलों के उत्पादन में माहिर है। ISO 9001:2015, ISO 14001-2015 और ROHS से प्रमाणित, ग्रेटर नोएडा में ब्लूबर्ड सोलर की अत्याधुनिक सुविधा नवाचार और गुणवत्ता दोनों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

3. ADANI SOLAR (अदानी सोलर)

2016 में स्थापित, अदानी सोलर ने 4GW विनिर्माण क्षमता के साथ तेजी से अपनी पहचान बनाई है। कंपनी PERC प्रौद्योगिकी का उपयोग करके मोनो फेशियल और बाइफेशियल सौर मॉड्यूल में माहिर है, जो सौर ऊर्जा के दोहन में योगदान देती है | वर्तमान में, अदानी सोलर भारत में 10GW सोलर(PV)विनिर्माण के लिए एक मजबूत पारिस्थितिक तंत्र बनाने की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रही

4.वारी ऊर्जा

1989 मैं स्थापित वारी एनर्जीज़  लिमिटेड भारत में सबसे बड़ा सौर पैनल निर्माता है, जिसकी विनिर्माण क्षमता 12GW से अधिक है | भारत और 20 विदेशी देशों में 380 से अधिक स्थानों पर उपस्थिति के साथ, वारी एनर्जीज पिछले तीन दशकों में सौर ऊर्जा क्षेत्र में एक प्रमुख नाम बन गया है |

5.विक्रम सोलर

2006 में स्थापित, विक्रम सोलर की 3.5GW मॉड्यूल की वार्षिक विनिर्माण क्षमता के साथ 32 से अधिक देशों में वैश्विक उपस्थिति है। कंपनी 2030 तक भारत के 500GW के हरित ऊर्जा लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में महत्वाकांक्षी रूप से काम कर रही है और पहले ही कई स्थानों पर 300 से अधिक परियोजनाएं शुरू कर चुकी है।

भारत में उपलब्ध सबसे अच्छे सोलर पैनल निम्नलिखित है:-

1. वारी आदित्य सीरीज WSD-325 से WSD-350

  • वारी आदित्य WSD-325 से WSD-350 की श्रृंखला में सौर पैनल उन्नत तकनीक से बने हैं और सभी मौसमों में इष्टतम प्रदर्शन प्रदान करते हैं।
  • उनके पास एक रणनीतिक निर्माण है और छाया सहिष्णुता में वृद्धि है।
  • यदि आवासीय स्थापना के लिए कोई सौर पैनल सर्वोत्तम है, तो वारी आदित्य श्रृंखला WSD-325 से WSD-350 एक है।
  • सभी शीर्ष 10 सौर पैनलों में से, सौर पैनलों के ये पॉलीक्रिस्टलाइन मॉडल दीर्घकालिक विश्वसनीयता प्रदान करते हैं और PID (संभावित प्रेरित गिरावट) प्रतिरोधी हैं। 
  • ये सोलर पैनल दस साल की उत्पाद और 25 वर्ष उत्पाद आउटपुट वारंटी के साथ आते हैं।

2. नेविटास ग्रीन एनोरा सीरीज 38/48 सेल/54/72 सेल सोलर पैनल

  • वे घर के लिए सर्वोत्तम सौर प्रणालियों में से हैं और कई अन्य पैनलों की तुलना में सूर्य की किरणों से प्रकाश को अधिक प्रभावी ढंग से रोक सकते हैं |
  • नेविटास ग्रीन एनोरा सीरीज के सौर पैनल अत्यधिक टिकाऊ मल्टी-क्रिस्टलीय मॉड्यूल हैं |

3. टाटा सोलर 160MW मोनोक्रिस्टलाइन(PV)मॉड्यूल

  • टाटा सोलर 160MW मोनोक्रिस्टलाइन (PV) मॉड्यूल भारत के शीर्ष 10 सौर पैनलों में से एक है |
  • इन्हें उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री और लगभग 6,75,000 फोटोवोल्टिक कोशिकाओं का उपयोग करके बनाया गया है |
  • ये सौर पैनल अत्यधिक विश्वसनीय हैं और इनसे प्रति वर्ष 387 मिलियन ऊर्जा उत्पन्न होने की उम्मीद है |
  • ये घरेलू उपयोग के लिए सबसे अच्छे सौर पैनलों में से हैं और इन्हें सभी प्रकार की सतहों पर स्थापित करना आसान है |

4. विक्रम सोलर ELDORA पॉलीक्रिस्टलाइन मॉड्यूल

  • इनकी शेल्फ लाइफ अच्छी होती है और इन्हें उन्नत तकनीक का उपयोग करके बनाया जाता है ,ये पैनल 25 वर्ष तक की परफॉर्मेंस वारंटी प्रदान करते हैं |
  • वे M2144 कोशिकाओं से बने हैं और बेहतर छाया सहनशीलता के लिए उनमें आधा-कट डिज़ाइन है |
  • इन सौर पैनलों में बेहतरीन डिज़ाइन है और यह 17.78% का शीर्ष-स्तरीय ऊर्जा उत्पादन प्रदान करते हैं |
  • वे वाणिज्यिक प्रणालियों, औद्योगिक अनुप्रयोगों, आवासीय छतों और बड़े पैमाने पर उपयोगिता प्रणालियों में उपयोग के लिए आदर्श हैं |

5. पैनासोनिक एवरवोल्ट एच सीरीज 410W

  • ये 400 से 410W तक ऊर्जा उत्पादन करते हे |
  • ये सौर पैनल भारत में सबसे अच्छे सौर पैनलों में से एक हैं |
  • ये पैनासोनिक सौर पैनल 22.2% की ऊर्जा दक्षता प्रदान करते हैं |
  • ये आवासीय उपयोग के लिए भारत के सबसे कुशल सौर पैनलों में से एक हैं |
  • निर्माता 25 साल का बिजली उत्पादन और उच्च उत्पाद गारंटी प्रदान करते हैं |
  • ये सोलर पैनल 66 आधे कटे सेल से बने होते हैं |

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