आज हम बिजली विभाग के बारे में बात करेंगे। देखिए, गर्मी का सीजन आ चुका है, और इस दौरान बिजली बिल पहले से कहीं ज्यादा बढ़ जाते हैं। गर्मी के मौसम में पंखे, एसी और दूसरे उपकरण अधिक चलते हैं, जिससे बिजली का उपयोग बहुत बढ़ जाता है। इससे पहले की तुलना में बिजली बिल भी दोगुना हो जाता है। अब सवाल यह है कि इस बढ़े हुए बिजली बिल को कैसे नियंत्रित किया जाए।
गर्मी में उपकरणों का लोड बढ़ जाता है, जैसे कि एसी, फ्रिज, पंखे आदि। इन उपकरणों के चलने से बिजली खपत काफी बढ़ जाती है, और इस वजह से बिल भी काफी बढ़ सकता है। अगर आपके पास घरेलू कनेक्शन है या फिर कमर्शियल कनेक्शन, और आपने 1 किलोवाट का लोड लिया है, तो ठंडी में आप आसानी से इसे कंट्रोल कर सकते हैं, क्योंकि उस वक्त बिजली की खपत कम होती है। लेकिन जब गर्मी का सीजन आता है और एसी या दूसरे उपकरण चलने लगते हैं, तो 1 किलोवाट का लोड पर्याप्त नहीं होता है, जिससे बिजली का बिल बढ़ जाता है।
अब सवाल यह है कि हम इसे कैसे कंट्रोल करें? इसके लिए हमें अपने उपकरणों के उपयोग में थोड़ा ध्यान रखना होगा और बिजली की खपत को कम करने के उपायों को अपनाना होगा। हम आपको पूरी जानकारी देंगे कि कैसे आप बिजली बिल को नियंत्रित कर सकते हैं, ताकि गर्मी के सीजन में भी आपको ज्यादा परेशानी न हो और आपका बिजली बिल काबू में रहे।
बिजली बिल कैसे कम करे
अगर आपके पास एक किलोवाट का कनेक्शन है और आपके उपकरण ज्यादा लोड मांगते हैं, तो आपको इसका ध्यान रखना चाहिए। यदि आपके पास दो एसी, कूलर, या अन्य भारी उपकरण हैं, तो उनका उपयोग एक साथ न करें, क्योंकि इससे लोड बढ़ सकता है। अगर आपका लोड एक किलोवाट से ज्यादा हो रहा है, तो इसे कंट्रोल करना जरूरी है। उदाहरण के तौर पर, अगर एसी और कूलर एक साथ चल रहे हैं, तो मोटर या प्रेस को न चलाएं ताकि लोड न बढ़े। इस तरह से आप अपने बिल को कंट्रोल कर सकते हैं और अतिरिक्त शुल्क से बच सकते हैं।
अगर आपके पास दो किलोवाट का कनेक्शन है और आप तीन उपकरण चला रहे हैं, तो आपको लोड कंट्रोल करने के लिए कुछ उपकरण बंद करने होंगे। उदाहरण के लिए, अगर आपका एसी चल रहा है और आप इंडक्शन चूल्हा चलाना चाहते हैं, तो पहले एसी को बंद कर दें, फिर इंडक्शन का उपयोग करें। इसी तरह, अगर एसी चल रहा है और आपको प्रेस चलाना है, तो पहले एसी को बंद करें, फिर प्रेस का इस्तेमाल करें। इस प्रकार, आप अपने लोड को कंट्रोल में रख सकते हैं और अतिरिक्त बिल और पेनल्टी से बच सकते हैं।
यदि आपके पास एक किलोवाट का कनेक्शन है और आप एसी लगाना चाहते हैं, तो लोड स्वचालित रूप से बढ़ जाएगा। इसलिए, आपको कम से कम दो किलोवाट का कनेक्शन होना चाहिए। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो हर महीने आपको फाइन का सामना करना पड़ सकता है, जो कि काफी महंगा पड़ सकता है।
गर्मी के दिनों में बिजली बिल कैसे कम करे
अगर लोड बढ़ता है, जैसे कि एक किलोवाट या दो किलोवाट का कनेक्शन बढ़ता है, तो आपको अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना पड़ता है। यदि आपके पास एक किलोवाट का कनेक्शन है, तो शुल्क ₹40 होता है, और अगर आप दो किलोवाट का कनेक्शन लेते हैं, तो ₹80 का शुल्क होगा। हालांकि, अगर आपका कनेक्शन अधिक लोड के कारण बढ़ता है और आप अतिरिक्त कंजंप्शन करते हैं, तो आपको पेनल्टी के रूप में ₹300 तक का भुगतान करना पड़ सकता है।
यदि आप लोड बढ़ाते हैं, तो इसके लिए आपको ₹40 का शुल्क देना होगा यदि आप एक किलोवाट से दो किलोवाट कनेक्शन करते हैं। इसके बाद, आपका मीटर रीडिंग के अनुसार बिल बनेगा। यदि आपका लोड अधिक है, तो आपको इसे कंट्रोल करने के तरीके पर ध्यान देना चाहिए। उदाहरण के तौर पर, यदि आपका कनेक्शन एक किलोवाट है और आप भारी लोड चला रहे हैं, तो आप पंखे और अन्य उपकरणों का सही इस्तेमाल करके लोड को कंट्रोल कर सकते हैं।
Important Links
Online Connection Application Hold on Technical Feasibility | Video Link |
Electricity Bijali Video Playlist | Click Here |
Why Bijali Bill Make Double & Its Solutions | Video Link |
How To Be Installed New Meter | Video Link |
Suvidha App Kya Hai | Video Link |
How To Apply Electricity Connection | Video Link |
Md/LK/Ok Kya Hai | Video Link |
Why Bill Make MD/LK & Its Solutions | Video Link |
SBPDCL Official Website | Click Here |
NBPDCL Official Website | Click Here |