बिजली के बिल को कैसे जाने; महीने के बिल के बारे में जानकारी रखना काफी जरूरी होता है। क्योंकि आपको पता होना चाहिए कि आपके द्वारा बिजली की होने वाली खपत और इसकी बिजली बिल की टोटल यूनिट के बारे में पता होने के साथ आपको अपने बिजली के यूनिट के बारे में पता होना आवश्यक है। उनके बारे में जानना चाहते हैं तो आपको अपने बिजली के बिल को समझने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो होती है। इसलिए आज के आर्टिकल में हम बात करेंगे कि बिजली बिल कैसे चेक करें
बिजली के बिल को समझना काफी महत्वपूर्ण होता है और यह बिजली की। बचत के साथ साथ बिजली की खपत के कारण आपके बिजली के बिल में भी काफी प्रभाव पड़ता है। अपने इस आर्टिकल में हम बिजली के बिल पर विभिन्न वर्गों और सूचनाओं के आधार पर। कई तरह की जानकारी देंगे जो आपको पता होना काफी जरूरी है। अगर आप इन सभी की जानकारी लेना चाहते हैं तो आप इस आर्टिकल को जरूर ध्यान पूर्वक पढ़ें।
Know your electricity bill tariff
जब भी हमारा बिजली का बिल आता है तब हम बिजली की कुल यूनिट के बारे में नहीं देखते और बिल पर प्रति यूनिट कितना चार्ज लगा है जबकि यह काफी जरूरी जानकारी होती है जबकि इसके बारे में पता होना चाहिये। हमारे बिजली के टैरिफ हमारे द्वारा खर्च की गयी बिजली के बिल पर लागू दर संरचना निर्धारित करते हैं। लेकिन यह बिजली के टैरिफ बिजली की लाइन के अनुसार अलग लग होते है।
टैरिफ लो टेंशन लाइन जो 230 V सिंगल फेज पर चलती है इसका बिजली का टैरिफ काफी कम होता है जबकि 400 V थ्री फेज लाइन जिसका बिजली का टैरिफ सिंगल फेज की लाइन से ज्यादा होता है। इसके बाद हाई टेंशन लाइन आती है जो 11kV और इससे ऊपर के वोल्टेज की होती है। यह हाई टेंशन लाइन आमतौर पर आवासीय वाणिज्य या उद्योगों और छोटे कार्यालयों के कनेक्शन के लिए उपयोग किया जाता है।
Important information about power supply and Electricity load
जब आप अपना बिजली का कनेक्शन कराने जाते है तो वहां आपको यह बताना पड़ता है कि आपका कितने लोड का कनेक्शन लेना चाहते है और उसी के हिसाब से आपका बिजली के कनेक्शन पर बिजली की दरें तय की जाती है। अब हम इसी आपको यह बतायेंगे कि यह किस प्रकार आपके बिजली के बिल पर प्रभाव डालता है। जब आप बिजली का कनेक्शन लेते है तो एक मीटर से कनेक्ट होने के बाद ही आपके घर में दिया जाता है। इस मीटर की गणना किलो-वाट में की जाती है।जिसे Kw से भी प्रदर्शित किया जाता है।
इसके अलावा कनेक्टेड लोड यह भी निर्धारित करता है कि आपको किस प्रकार का कनेक्शन दिया गया है जैसे सिंगल फेज कनेक्शन है या थ्री फेज कनेक्शन सैंक्शन आपको दिया गया है। यदि अपने बिजली के कनेक्शन में एक किलोवाट का कनेक्शन लिया है और यदि आपने एक किलोवाट से ज्यादा की बिजली की खपत कर ली है तो यह आपके बिजली के विल को और भी ज्यादा प्रभावित करता है जिसका मतलब है कि आपको बिल से अधिक जुर्माना देना होगा इसलिए आपको अपने मीटर के लोड के हिसाब से ही अपनी बिजली की खपत करनी चाहिए।
Important information about the unit rate of electricity
बिजली यूनिट के बारे में जानकारी लेने के लिए आपको बिजली के यूनिट रेट के बारे में जानकारी होना भी जरूरी है। इसमें आपको यह पता चलता है कि आपने कितनी यूनिट बिजली को खर्च की है और आपने प्रति यूनिट आपको कितना पे करना पड़ रहा है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप अपने घर में कितने वाट के और कितने बल्ब जला रहे है। यदि आप किलोवाट के बारे में नहीं जानते है।
किलोवाट बिजली को मापने की इकाई है। यदि आप सौ वाट के बल्ब को 10 घंटे के लिए इस्तेमाल करें तो यह 10 घंटे में 1000 वाट या एक किलोवाट (kWh) बिजली की खपत कर देगा। किसी भी बल्ब का वाट इस बात पर निर्भर करता है कि वह लगातार जलाने पर एक घंटे में बिजली की कितनी खपत करता है।
आप अपने बिजली के बिल के लगातार दो या तीन महीनों की बिजली के मीटर की रीडिंग के बीच अंतर करके हिसाब कर सकते है। यदि आप अपने द्वारा की गयी बिजली की खपत को जांचना चाहते है तो आप किन्हीं दो दिन के बीच यह रीडिंग लेकर समय पर देख सकते है और यह पता लगा सकते है कि आपके घर में बिजली की खपत किस प्रकार हो रही है।
- एक किलोवाट – 800
- दो किलोवाट – 1200
- चार किलोवाट – 1600
- पांच किलोवाट – 2000
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